त्रिवेंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे मदन कौशिक को उत्तराखंड भाजपा की कमान सौंपी गई है। उन्हें भाजपा हाईकमान ने संगठन की बड़ी जिम्मेदारी दी है। कौशिक प्रदेश भाजपा में नौवें अध्यक्ष होंगे।
पिछले कई दिनों से जारी सियासी घमासान के बीच भाजपा नए प्रयोग कर रही है। प्रदेश अध्यक्ष के रूप में मदन कौशिक को सामने कर शुक्रवार को एक बार फिर पार्टी ने चौंका दिया। त्रिवेंद्र सरकार में कद्दावर मंत्रियों में गिने जाने वाले मदन कौशिक का नए मंत्रिमंडल में शामिल होना भी तय ही माना जा रहा था। लेकिन पार्टी हाईकमान ने उन्हें कैबिनेट मंत्री से हटा कर उत्तराखंड भाजपा की कमान सौंप दी है।
कौशिक चार बार के विधायक रह चुके हैं और दो बार मंत्री रहे हैं। 2012 के दौर में नेतृत्व परिवर्तन के बाद भी वे अपना मंत्री पद बचाने में सफल रहे थे। प्रदेश भाजपा में कौशिक पहले ऐसे अध्यक्ष होंगे, जो मैदानी क्षेत्र से हैं।
शुक्रवार सुबह भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की ओर से अध्यक्ष पद पर मदन कौशिक की नियुक्ति का आदेश जारी हुआ। कुछ समय बाद मदन कौशिक ने भी इसकी पुष्टि की। उनके अध्यक्ष बनते ही बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया, लेकिन पार्टी कार्यालय में कैबिनेट गठन को देखते हुए सन्नाटा पसरा रहा।
मदन कौशिक वर्ष 2000 में भाजपा जिला महामंत्री और जिला अध्यक्ष हरिद्वार रहे। वर्ष 2002 में पहली बार उन्होंने विधायक का चुनाव जीता। 2002 से 2004 तक विधानसभा में सार्वजनिक उपक्रम व निगम समिति के सदस्य रहे।
2004 से 2007 तक कौशिक विधानसभा में प्राक्कलन समिति के सदस्य रहे। 2007 में हरिद्वार विधानसभा क्षेत्र से वे फिर विधायक चुने गए। 2007 से 2012 तक वे प्रदेश सरकार में मंत्री रहे।
2012 में प्रदेश भाजपा में उपाध्यक्ष बने। 2012 में तीसरी बार विधायक चुने गए। 2012 से 2017 तक विधानमंडल के उप नेता प्रतिपक्ष रहे। 2017 में चौथी बार विधायक बने और मंत्री पद मिला।
कौशिक वर्ष 2017 में चौथी बार हरिद्वार से विधायक चुने गए और सरकार में मंत्री बने। वे त्रिवेंद्र सरकार में शासकीय प्रवक्ता भी थे। वहीं, अब उन्हें भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।