देहरादून।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि अस्पतालों में बेड, आक्सीजन की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इसको लेकर उन्होंने कुमाऊं परिक्षेत्र के आइजी, गढ़वाल परिक्षेत्र की डीआइजी व सभी जनपदों के प्रभारियों को निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि एंबुलेंस का किराया भी अधिक लेने की शिकायतें मिल रही हैं। ऐसे व्यक्तियों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
शनिवार को पुलिस मुख्यालय में डीजीपी अशोक कुमार ने अधिकारियों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि सड़क पर आने वाले सभी व्यक्तियों की सख्ती से चेकिंग की जाए और जो बेवजह घूमता मिले, उसका चालान किया जाए। डीजीपी ने कहा कि बाहर से आने व्यक्तियों के शत प्रतिशत रजिस्ट्रेशन होना चाहिए। साथ ही आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट आवश्यक है। बॉर्डर के जिलों के प्रभारी ऐसे व्यक्तियों को ही प्रदेश में प्रवेश दें, जो गाइडलाइन के तहत आए हों।
न्होंने कहा कि लावारिस शवों के दाह संस्कार में राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) का उपयोग किया जाए, क्योंकि उनके पास पर्याप्त संसाधन हैं। इसके अलावा किसी पुलिसकर्मी को स्वयं या उसके परिवार के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता हो तो उन्हें तुरंत पुलिस लाइन या बटालियन से ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जाए। पीएसी की प्रत्येक प्लाटून व जनपद के प्रत्येक थाने में पल्स ऑक्सीजन व थर्मामीटर भी उपलब्ध कराए जाएं।
बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक पीएसी पीवीके प्रसाद, अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन अभिनव कुमार, पुलिस महानिरीक्षक अपराध और कानून व्यवस्था वी मुरूगेशन, पुलिस महानिरीक्षक पीएम अमित सिन्हा, पुलिस महानिरीक्षक, अभिसूचना एपी अंशुमान, पुलिस उपमहानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था नीलेश आनंद भरणे, पुलिस उपमहानिरीक्षक एसडीआरएफ रिधिम अग्रवाल शामिल हुए।