उत्तराखंड , देहरादून :
सीएम तीरथ सिंह रावत ने प्रत्येक आशा कार्यकत्रियों को एक – एक हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि जारी करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश की 13 हजार आशा वर्कर को इसका लाभ मिलेगा। सीएम तीरथ सिंह रावत ने शनिवार को कोविड नियंत्रण समीक्षा बैठक में आशा वर्कर को सीएम राहत कोष से एक-एक हजार रूपए की प्रोत्साहन राशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। आशा वर्कर इस समय होम आईसोलेशन किट पहुंचाने, घर- घर सर्वे और कोविड टीकाकरण में अहम भूमिका निभा रही हैं। सरकार ने पिछले साल भी आशा वर्कर को कोविड काल में एक- एक हजार रुपए और इसके बाद रक्षा बंधन के मौके पर भी एक- एक हजार रुपए प्रदान किए थे। कहा कि शादियों में अब सिर्फ 25 मेहमान ही शामिल होंगे ।
आशा वर्कर यूनियन नाखुश
आशा स्वास्थ्य कार्यकत्री यूनियन की प्रांतीय अध्यक्ष शिवा दूबे ने मात्र एक हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि पर नाखुशी जाहिर की है। दूबे के मुताबकि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने महिला दिवस के अवसर पर प्रत्येक आशा वर्कर को दस- दस हजार रुपए देने की घोषणा की थी, लेकिन इस पर अब तक अमल नहीं हुआ। दूबे के मुताबिक केंद्र सरकार की तर्ज पर राज्य भी प्रत्येक आशा वर्कर को सर्वे के बदले एक एक हजार रुपए उपलब्ध कराए। आशा वर्कर को पीईपी किट, सेनिटाइजर, मास्क तक भी उपलब्ध नहीं कराया गया है।
इन निकाय क्षेत्रों में पहले से लागू है कर्फ्यू
राज्य में देहरादून, हरिद्वार ऊधमसिंहनगर जिले के निगम व निकाय क्षेत्रों के साथ ही हल्द्वानी नगर निगम, नैनीताल नगरपालिका, कोटद्वार नगर निगम, मुनिकीरेती, स्वर्गाश्रम (जोंक) नगर पंचायत में कोविड कर्फ्यू लागू है। अब राज्य के छोटे कस्बों के बाजारों में भी कोविड कर्फ्यू लागू हो सकता है।
हेल्पलाइन नंबर बढ़ाएं
मुख्यमंत्री ने 104 के अतिरिक्त सीएम हेल्पलाइन और पुलिस विभाग के कॉल कॉल सेंटर में फोन लाइन की संख्या बढ़ाने के निर्देश भी दिए। कॉलसेंटर और हेल्पलाइल नंबर पूरी तरह से सक्रिय रखने और उनमें बेड, इंजेक्शन संबंधित जानकारी से भी अपडेट रहने को कहा। अफसरों को आक्सीजन के सिलेंडरों की संख्या बढ़ाने के लिए हर संभव कोशिश करते हुए विभिन्न संगठनों, उद्योगों की सहायता भी लेने को कहा।
कोविड अस्पतालों में ढ़िलाई न बरतें
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड अस्पतालों में भर्ती मरीजों को भोजन, पानी जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराने में कोई ढिलाई बर्दाश्त नहीं होगी। किसी भी कोविड अस्पताल से इस तरह की शिकायतें नहीं मिलनी चाहिए। इसके साथ ही छोटे- छोटे स्थानों में जहां संक्रमण की आशंका ज्यादा है वहां, सेनेटाइजेशन में तेजी लाने की भी हिदायत दी।
ई-संजीवनी पोर्टल को प्रभावी बनाएं
सरकार ई संजीवनी पोर्टल के जरिए चिकित्सक आपके द्वार के तहत मरीजों को उपचार का परामर्श दे रही है। इस पोर्टल को प्रभावी बनाया जाना चाहिए, ताकि सुदूरवर्ती क्षेत्रों के लोग भी इसका फायदा उठा सके। इसके जरिए होम आइसोलेशन में रहने वालों को मालूम हो सकेगा कि उन्हें किन बातों का ध्यान रखना है। उन्होंने सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती कोविड मरीजों का नियमित क्रास चेक करने और परिजनों से फीड बैक लेने की भी सलाह दी है।
सीमेंट व सरिया की दुकानें बंद नहीं होंगी
कोविड कर्फ्यू के दौरान निर्माण कार्यों को छूट है। ऐसे में इसके निर्माण से संबंधित सीमेंट, सरिया की दुकानों को बंद न रखा जाएगा। उन्होंने राज्य के चेक पोस्टों पर रजिस्ट्रेशन क्यूआर कोड रीडर के जरिए चेकिंग करने के निर्देश दिए।