देश को नया राजनीतिक विकल्प देने की कवायद में काफी हद तक तेजी आई है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार इसे लेकर काफी सक्रिय हैं। हालांकि उन्होंने निकट भविष्य में किसी तरह का राजनीतिक गठबंधन होने से इनकार किया है।
देश को नया राजनीतिक विकल्प देने की कवायद में काफी हद तक तेजी आई है। भारतीय जनता पार्टी से मुकाबले के लिए एनसीपी प्रमुख शरद पवार काफी सक्रिय भी दिखाई दे रहे हैं। परंतु नया मोर्चा कैसे और कब तक बनेगा, अभी यह कहना मुश्किल है। हालांकि पवार ने निकट भविष्य में किसी तरह का राजनीतिक गठबंधन होने से इनकार किया है।
क्या वह एक नए वैकल्पिक गठबंधन का चेहरा होंगे यह सवाल पूछे जाने पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने संवाददाताओं से कहा कि इस पर हमने चर्चा नहीं की है, लेकिन मुझे लगता है कि सामूहिक नेतृत्व की भूमिका निभाते हुए हमें आगे बढ़ना होगा। मैंने वर्षों तक ऐसा किया लेकिन अभी मैं सभी को एक साथ रखने, उनका मार्गदर्शन करने और उन्हें मजबूत करने के लिए काम करूंगा।
पवार ने कहा कि बैठक (राष्ट्र मंच की बैठक) में गठबंधन पर चर्चा नहीं हुई, लेकिन अगर कोई वैकल्पिक बल खड़ा करना है, तो यह कांग्रेस को साथ लेकर ही किया जाएगा। हमें ऐसी ही सत्ता चाहिए और मैंने उस बैठक में यह कहा था।
राकांपा प्रमुख शरद पवार ने यह भी कहा कि हर राजनीतिक दल को अपना विस्तार करने का अधिकार है। हम अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की ऊर्जा बढ़ाने के लिए ऐसे बयान भी देते हैं। इसी तरह, अगर कांग्रेस ऐसा कुछ कहती है (अगले चुनाव अकेले लड़ने के लिए) तो हम इसका स्वागत करते हैं, क्योंकि यह उनका अधिकार (अपनी पार्टी का विस्तार करने के लिए) है।
देखमुख को हताशा के चलते परेशान किया जा रहा: पवार
राकांपा प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार को कहा कि अनिल देशमुख को ‘हताशा’ के चलते परेशान करने का प्रयास किया जा रहा है क्योंकि उनके और उनके परिवार के खिलाफ जांच में कुछ भी सामने नहीं आया है। उल्लेखनीय है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देशमुख की संपत्तियों पर छापेमारी की है।
ईडी ने शुक्रवार को देशमुख के नागपुर और मुंबई स्थित आवासों पर छापेमारी की। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद राकांपा नेता देशमुख ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था।
पवार ने कहा कि पहले कुछ (केंद्रीय) एजेंसियों ने उनके बेटे के कारोबार पर ध्यान दिया था… जहां तक मुझे पता है, उन्हें कुछ नहीं मिला। इसलिए हताशा में, यह कोशिश की जा रही है कि क्या उन्हें (अनिल देशमुख) को किसी अन्य तरीके से परेशान किया जा सकता है।
पवार ने कहा कि ये सभी चीजें हमारे लिए नई नहीं हैं। अनिल देशमुख (ऐसी कार्रवाई का सामना करने वाले) पहले नहीं हैं। सत्ता में रहने वालों ने सत्ता के इस्तेमाल का एक नया चलन दिखाया है। अब उस मुद्दे पर बात करने की अब जरूरत नहीं है। हम इसके बारे में बिल्कुल भी चिंतित नहीं हैं।