Breaking News
देहरादून कॉलेज ऑफ आर्ट में आयोजित की गई डिबेट इनटेंजिबल आर्ट और टेंजिबल आर्ट
मोदी सरकार का बड़ा फैसला, आगामी जनगणना में होगी जातिगत गणना
महिला सशक्तिकरण का जीवंत प्रतीक बन रही बालिका निकेतन की बेटियां – रेखा आर्या
The Indian Academy, Karnaprayag ने एक बार फिर शिक्षा के क्षेत्र में कीर्तिमान किया स्थापित
एकता कपूर की नई फिल्म ‘वीवन’ का रोमांचक टीजर रिलीज, तमन्ना भाटिया निभा रही रहस्यमयी भूमिका
अक्षय तृतीया पर विधि-विधान के साथ खुले यमुनोत्री धाम के कपाट, श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
Meta ने पेश किया अपना नया AI ऐप, ChatGPT को देगा सीधी टक्कर
क्या आप भी हैं पेट की चर्बी से परेशान? तो इन योगासनों का करें अभ्यास, मिलेगा फायदा 
फाटा पहुंची भगवान केदारनाथ की उत्सव डोली, आज गौरीकुंड में होगा गौरी माई से पावन मिलन

सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने निःशुल्क मोतियाबिंद सर्जरी सप्ताह कार्यक्रम में किया प्रतिभाग

देहरादून। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने आज आर्मी हॉस्पिटल (आर. आर. हॉस्पिटल) दिल्ली एवं मिलिट्री हॉस्पिटल, देहरादून के संयुक्त तत्वावधान में पूर्व सैनिकों एवं परिवारजनों हेतु आयोजित निःशुल्क मोतियाबिंद सर्जरी सप्ताह कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने जांच हेतु पहुंचे पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों से भी मुलाकात कर उनकी हौसला अफजाई की। इस दौरान सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने सैन्य अधिकारियों से मुलाकात उनसे प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में भी कैंप लगाए जाने का सुझाव भी दिया। ताकि पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों को अधिक लाभ मिल सके। इस अवसर पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने आयोजकों को बधाई एवं शुभकामनाएं भी दीं।

यह शिविर 24 से 27 दिसम्बर तक सैन्य अस्पताल में चलेगा। जिसमें पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए अपनी तरह का पहला निःशुल्क मोतियाबिंद जांच और ऑपरेशन भी किया जाएगा। यह शिविर ब्रिगेडियर संजय कुमार मिश्रा और उनकी विशेषज्ञ टीम अत्याधुनिक मोतियाबिंद सर्जरी को अत्याधुनिक उपकरणों और आयातित इंट्राओकुलर लेंस के साथ कार्य करेंगे।

आर्मी हॉस्पिटल रिसर्च एंड रेफरल, नई दिल्ली की एक प्रतिष्ठित टीम के नेतृत्व में आयोजित इस शिविर का उद्देश्य मोतियाबिंद और अन्य नेत्र रोगों के लिए मुफ्त चिकित्सा और शल्य चिकित्सा प्रबंधन प्रदान करना है। शिविर के दौरान मोतियाबिंद की जांच और उसके बाद योग्य मामलों के लिए शल्य चिकित्सा प्रक्रियाएँ की जाएँगी। आर्मी हॉस्पिटल रिसर्च एंड रेफरल, नई दिल्ली के अत्याधुनिक नेत्र चिकित्सा उपकरणों के साथ मोतियाबिंद की सर्जरी भी जाएगी, जिसमें आयातित उन्नत प्रीमियम इंट्राओकुलर लेंस का प्रत्यारोपण भी शामिल है, जिससे उच्चतम गुणवत्ता वाला उपचार सुनिश्चित होगा।

इस अवसर पर कमाण्डेट मिलिट्री हॉस्पिटल देहरादून ब्रिगेडियर परीक्षित सिंह, ब्रिगेडियर संजय कुमार मिश्रा सहित अन्य सैन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top