उत्तर प्रदेश ;
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि जलवायु परिवर्तन विकराल रूप धारण कर रहा है। इसकी वजह से ठंडे शहरों में भी गर्मी होने लगी है। इन हालात में पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान देना जरूरी हो गया है। यह चुनौती है, इसका सामना करें, नहीं तो पीढ़ियों को सामना करना पड़ेगा। ग्लोबल वार्मिंग के मद्देनजर उन्होंने हिदायत दी कि पेड़ न काटे जाएं, बल्कि और लगाए जाएं।
पर्यावरण संरक्षण मानव ही नहीं, अन्य जीवों के लिए भी जरूरी है। राष्ट्रपति ने कॉर्बन उत्सर्जन को रोकने के साथ गंगा में प्रदूषण न फैलाने की अपील की। मर्चेंट चैंबर ऑफ उत्तर प्रदेश के 90 साल पूरे होने पर शनिवार को सिविल लाइंस स्थित मर्चेंट चैंबर हॉल में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
उद्यमियों को जीरो पॉल्यूशन की नसीहत देते हुए गांवों तक प्रदूषण रहित विकास फैलाने पर बल दिया। संक्षिप्त संबोधन के साथ उन्होंने उद्यमियों से बात भी की। इस दौरान वह पूरी तरह कनपुरिया अंदाज में नजर आए और उनकी हर बात में कानपुर की छाप दिखी। कानपुर के उत्थान की बात की। प्रदूषण नियंत्रण और पर्यावरण संरक्षण उनकी बातों के केंद्र में रहा।