♣♣♣ नई दिल्ली :
दिल्ली के पुलिस थानों अब आप अपने कड़वे-मीठे अनुभवों को डिजिटली रूप से सांझा कर सकेंगे। जी हां दिल्ली पुलिस ने सोमवार को डिजिटल इंडिया में एक और कदम बढ़ाते हुए क्यूआर कोड आधारित फीड बैक सिस्टम की शुरुआत की है। अब थाने जाकर आप अपने अनुभवों को महज क्यूआर कोड के जरिये दे सकेंगे। न सिर्फ आपकी पहचान को गुप्त रखा जाएगा बल्कि आपके अनुभवों के आधार पर उसमें सुधार भी किया जाएगा।
दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने तमाम पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में ‘अनुभूति-क्यू कोड बेस्ड फीडबैक सिस्टम’ की शुरुआत की। कार्यक्रम के दौरान दिल्ली पुलिस की वेबसाइट को रिलॉन्च किया गया। इसके अलावा मानव संसाधनों का सही से इस्तेमाल करने के लिए दिल्ली के सभी थानों में ‘ई-चिट्ठा पोर्टल’ की शुरुआत की गई। इसमें सहयोग करने वाले लोगों को पुलिस आयुक्त ने सम्मानित किया। इस मौके पर पुलिस आयुक्त ने कहा कि इन तीनों पहल से आधुनिकीकरण में नए आयाम जुड़ जाएंगे।
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अनुभूति फीडबैक सिस्टम जनता के साथ दो तरफा संचार स्थापित करने का एक माध्यम है। यहां थाने आने वाला कोई भी शख्त बिना झिझके पुलिस के बारे में अपना राय रख सकेगा। पेपर रहित सिस्टम की मदद से महकमे में सुधार की गुंजाइश होगी। पहले न सिर्फ फीडबैक देने वाले की पहचान उजागर होती थी बल्कि लोग फीडबैक देने में भी कतराते थे। वहीं दूसरी ओर ई-चिट्ठा पोर्टल की मदद से थाने में ऑटोमैटिक खुद ही जवानों की ड्यूटी का चार्ट तैयार होगा। इससे न सिर्फ काम गुणवत्ता में सुधार होगा बल्कि जवानों को अपने परिवार के साथ ज्यादा समय बिताने का वक्त मिलेगा। आयुक्त ने बताया कि ई-चिट्ठा सिस्टम सोमवार से ही दिल्ली के सभी 178 थानों में शुरू कर दिया गया है।
तीसरा कदम बढ़ाते हुए दिल्ली पुलिस ने अपनी वेबसाइट को दोबारा से सुधारों के साथ शुरू कर दिया। इसको अब और यूजर फ्रेंड्ली बनाया गया है। कार्यक्रम के दौरान पुलिस आयुक्त ने पूर्व गृह सचिव वीके दुग्गल, गुजरात के पूर्व अतिरिक्त मुख्य सचिव, बीके सिन्हा, दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति दिनेश सिंह, को सम्मानित किया। इस मौके पर सभी विशेष आयुक्त, संयुक्त आयुक्त, पुलिस उपायुक्त, और थाना प्रभारी मौके पर मौजूद रहे। कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली पुलिस मुख्यालय में किया गया।