हरिद्वार कुंभ 2021 :
हरिद्वार कुंभ का आज शुक्रवार को अधिकारिक रूप से समापन हो जाएगा। इसके लिए पहले एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन होना था। कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर महाकुंभ समापन समारोह को स्थगित कर दिया गया है।
कोविड कर्फ्यू लागू होने से पहले आयोजन की तैयारियां जोर शोर से चल रही थी। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि आज समापन पर कोई कार्यक्रम आयोजित होगा या नहीं।
हरिद्वार में मकर संक्रांति स्नान पर्व से लेकर महाकुंभ मेले के अंतिम शाही स्नान चैत्र पूर्णिमा तक साढ़े 91 लाख श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाकर अपने तन को निर्मल किया।
सभी संन्यासी और बैरागी अखाड़ों के संतों ने कोविड नियमों का पालन किया। पूजा-अर्चना और शाही स्नान के दौरान भी शारीरिक दूरी का पालन किया गया।
संतों ने स्नान में अधिक समय भी नहीं लगाया। इससे अखाड़ों के स्नान की व्यवस्थाएं सुचारु रूप से चलती रही। वहीं, शाही स्नान संपन्न होते ही जिला प्रशासन ने हरिद्वार में तीन मई तक के लिए कोविड कर्फ्यू लागू कर दिया है।
27 अप्रैल को हो गया था अनौपचारिक रूप से समापन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान के बाद महाकुंभ में चैत्र पूर्णिमा का अंतिम शाही स्नान 27 अप्रैल को प्रतीकात्मक रूप से संपन्न हुआ। इसके साथ ही कुंभ का अनौपचारिक रूप से समापन हो गया था। अंतिम शाही स्नान पर सभी 13 अखाड़ों के 1600 संतों ने कोविड महामारी के अंत और विश्व कल्याण की कामना के साथ शाही स्नान किया।
27 अप्रैल को शाम तक करीब 25 हजार श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया। इसमें अधिकांश स्थानीय श्रद्धालु ही शामिल रहे। वहीं, शाही स्नान संपन्न होते ही जिला प्रशासन ने हरिद्वार में तीन मई तक के लिए कोविड कर्फ्यू लागू कर दिया।
अखाड़ों के महाकुंभ का समापन भी अंतिम शाही स्नान के साथ हो गया। सभी संन्यासी और बैरागी अखाड़ों के संतों ने कोविड नियमों का पालन किया। अधिकांश संत मास्क पहने हुए थे। पूजा-अर्चना और शाही स्नान के दौरान भी शारीरिक दूरी का पालन किया गया। संतों ने स्नान में अधिक समय भी नहीं लगाया।