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लोकतंत्र की मजबूती व सरकार चुनने में खटीमा के लोग सबसे ज्यादा जागरूक दिखे। जिले की सभी विधानसभा सीटों में सबसे अधिक मतदान खटीमा में तो सबसे कम काशीपुर में हुआ है। जबकि काशीपुर तराई का सबसे पुराना शहर व विधानसभा है। हालांकि पिछले चुनाव की अपेक्षा इस बार कम मत पड़े हैं। कोविड के डर से लोग घर से कम निकले। पिछले विधानसभा चुनाव में जिले में 76.24 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि इस बार 71.98 प्रतिशत मतदान हुआ है, जो पिछले चुनाव की अपेक्षा इस बार सवा चार प्रतिशत मतदान कम हुआ है।
जिले में सभी नौ विधानसभा सीटों पर 72 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। सोमवार को हुए मतदान में 13 लाख तीन हजार 476 मतदाताओं में 941765 मत पड़े। जिन्होंने प्रत्याशियों की किस्मत को ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है। जिले में 71.98 प्रतिशत मतदान हुआ। इस बार सबसे अधिक 78.57 प्रतिशत खटीमा में हुआ जो विधानसभा में सबसे अधिक हुआ है, जबकि काशीपुर में सिर्फ 64 प्रतिशत मतदान हुआ, जो सबसे कम है। पिछले वर्ष, 2017 में हुए चुनाव में खटीमा में 77.50 प्रतिशत व किच्छा में 72.70 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि इस बार क्रमश: 78.57 व 73.88 प्रतिशत मतदान हुआ है। यानी इन दोनों विधानसभा में पिछले चुनाव की अपेक्षा करीब एक प्रतिशत मतदान अधिक हुआ है। जबकि पिछले चुनाव में सितारगंज में 81.25 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि इस बार 71.07 प्रतिशत ही मतदान हो सका। यानी करीब 10 प्रतिशत मतदान कम हुआ है। जसपुर में छह, काशीपुर में पांच, बाजपुर में पांच, गदरपुर में पांच प्रतिशत मतदान पिछले चुनाव की अपेक्षा कम हुआ है। जबकि नानकमत्ता में 0.15 प्रतिशत मतदान कम हुआ है।
मतदान प्रतिशत में
जसपुर : 73.92
काशीपुर : 64.33
बाजपुर : 71.77
गदरपुर : 75.26
रुद्रपुर : 68.57
किच्छा : 71.07
सितारगंज : 78.57
नानकमत्ता : 73.88
खटीमा : 76.30