देहरादून
होली की मस्ती ने कोरोना के खौफ को काफी हद तक कम करने का काम किया है। देशभर में धूमधाम के साथ होली खेली गई। आम जनता ने सरकार की कोविड को लेकर बनाई गई गाईडलाइन का पालन करते हुए होली खेली। इस मौके पर कई लोगों ने सोशल मीडिया में अपने जागरूकता भरे वीडियो, फोटो डालकर आम जनता को समाज में फैली बुराईयों को लेकर जागरूक करने का प्रयास किया। ऐसा ही एक प्रयास किया देहरादून नगर निगम के कर्मचारी तनुज शर्मा, मैठाणी ने। होली में सामाजिक समरसता, भाईचारा और एकता कायम रखने के लिए नगर निगम देहरादून के कर्मचारी तनुज शर्मा, मैठाणी की अनोखी पहल की सोशल मीडिया में खूब चर्चा हो रही है। हर कोई उनकी इस पहल की सराहना कर रहा है।
देहरादून के धर्मपुर डांडा हर्षदेव एनक्लेव, निकट अम्बीवाला गुरूद्वारा के रहने वाले तनुज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा से खासा प्रेरित हैं। तनुज मैठाणी समाज में बढ़ती नशाखोरी और प्लीस्टिक की वस्तुओं पर निर्भरता से काफी चितिंत थे। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से लोगोें को इसको लेकर जागरूक करना शुरू किया और इसकी पहल खुद से की। जिसके बाद उन्होंने नशा मुक्ति और प्लास्टिक मुक्ति को लेकर मुहिम शुरू की। तनुज आम दिनर्चया के साथ ही खास मौकों, तीज त्यौहारों पर लोगों को मिट्टी के कुल्हड़ में पल्लर यानि मट्ठा बांटते हैं।
तनुज मैठाणी ने हर बार की तरह इस बार भी होली के शुभअवसर पर कालोनीवासियों सहित अन्य लोगों को मिट्टी के कुल्हड़ में पल्लर परोस कर नशे और प्लास्टिक से दूर रहने का संदेश दिया। तनुज मैठाणी ने कहा समाज में नशा और प्लास्टिक मुक्ति का प्रयास सामाजिक विकास और अमन पसंद नागरिकों को मिलकर करना चाहिए।
हर प्रकार के नशे से रहो दूर – तनुज
तनुज मैठाणी ने कहा में युवाओं से अपील करता हूं कि वह दूध पीयें, फल खाए, मिठाई खाए और शराब ही नहीं किसी भी तरह के नशा से दूर रहे, क्योंकि नशा हमारे जीवन के लिए कहीं से उपयोगी नहीं है। उन्होंने कहा कि हर घर में धूम्रपान निषेध घर हो, इसके लिए हमें लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। तनुज शर्मा ने कहा नशा मुक्त समाज से परिवार और समाज में खुशियां रहती है। सभी लोग आपस में मिलजुल कर रहते है। तनुज मैठाणी कहते हैं नशे का सेवन करने से पारिवारिक कलह बढ़ती है, घर के बच्चे बुजुर्ग सभी तनाव में रहते हैं। घर में आर्थिक तंगी रहती थी, बच्चे शिक्षा से वंचित थे, लेकिन आज एक हद तक गरीबों के घर में शांति और उन्नति व खुशी का माहौल है। उन्होंने कहा कि पुरूष द्वारा शराब के सेवन करने से सबसे ज्यादा महिला प्रताड़ित होती है। उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति और प्लास्टिक मुक्ति की मुहिम हमें अपने घर से शुरू करनी होगी। समाज में बदलाव तभी आएगा जब हम उसकी शुरूआत खुद से करेंगे।