केंद्र सरकार ने सिनेमाघरों को 100 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने की अनुमति भले दे दी है। लेकिन कई राज्य सरकारों ने इस पर फिलहाल हामी नहीं भरी है। जिसका नतीजा है कि बॉलीवुड निर्माता फिल्में रिलीज करने से अभी भी कतरा रहे हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो फरवरी और मार्च में एक भी हिंदी फिल्म थियेटर्स में रिलीज नहीं हो रही है।
जाहिर है थियेटर मालिकों के लिए यह समय किसी परीक्षा से कम नहीं। लॉकडाउन खत्म होकर भी उनकी मुसीबतें खत्म नहीं हुई हैं। मल्टीप्लेक्स मालिकों का कहना है कि, कब तक पुरानी फिल्मों के सहारे हम दर्शकों को आकर्षित कर पाएंगे। नई फिल्मों की रिलीज का कोई अता पता ही नहीं है।
जहां जनवरी भी फिल्मों से खाली रहा, फरवरी और मार्च में भी स्थिति सुधरती नहीं दिख रही है। साउथ की फिल्म ‘मास्टर’ ने भले ही दक्षिण भारत में जमकर कमाई की है, लेकिन उत्तर भारत में मामला ऐसा नहीं है। जैसा कि सलमान खान ने कुछ दिनों पहले एक इवेंट में कहा था- सिंगल स्क्रीन की हालत कब्रिस्तान जैसी हो गई है।
हॉलीवुड फिल्में
फरवरी में कुछ हॉलीवुड फिल्में थियेटर्स का सहारा बन सकती हैं। ऐसे में सिनेमाघरों का सन्नाटा टूटने की उम्मीद है। 5 फरवरी को हालीवुड फिल्म मोन्स्टर हंटर रिलीज हुई है। वहीं, 18 फरवरी को टाम एंड जैरी और 26 मार्च को गाडजिला वर्सेज कांग रिलीज होगी।
हिंदी फिल्मों का अकाल
फरवरी में जहां फिल्म ‘आधार’ को सिनेमाघर में रिलीज करने की घोषणा की गई थी, उसे भी मेकर्स ने आगे के लिए टाल दिया। सूत्रों की मानें तो अब सीधे 2 अप्रैल को रोहित शेट्टी की फिल्म सूर्यवंशी ही सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
100 प्रतिशत क्षमता पर पुष्टि नहीं?
ट्रेड पंडितों की मानें तो अभी भी कई राज्य सरकारों ने 100 प्रतिशत क्षमता पर पुष्टि नहीं की है। जिस वजह से मेकर्स फैसला नहीं ले पा रहे हैं। जब तक राज्य सरकार सरकारें अपने यहां केंद्र की गाइड लाइन जारी नहीं करती हैं, तब तक 50% की वर्तमान क्षमता जारी रहेगी।
ईद पर राधे
अप्रैल के बाद कई फिल्में बैक टू बैक रिलीज हो सकती हैं। सलमान खान के अपनी फिल्म राधे की रिलीज पहले ही लॉक कर ली है। फिल्म ईद पर यानि की मई में रिलीज होगी। जाहिर है यह बॉक्स ऑफिस के लिए त्योहार से कम नहीं होगा।
ओवरसीज मार्केट है दूसरी वजह
वहीं, फिल्में रिलीज नहीं करने की दूसरी बड़ी वजह है ओवरसीज मार्केट। कई देशों में अभी तक लॉकडाउन पूरी तरह हटाया नहीं गया है।
2700 करोड़ का बिजनेस
रिपोर्ट्स के अनुसार, साल 2019 में ओवरसीज मार्केट से बॉलीवुड को 2700 करोड़ तक का मुनाफा हुआ था। भारतीय बॉक्स ऑफिस को अमेरिका से 23 प्रतिशत और यूके से 6 प्रतिशत की आय होती है। और इन दोनों ही देशों में फिलहाल सिनेमाघर पूरी तरह से नहीं खुले हैं।