उत्तराखंड परिवहन निगम में सामने आए एसीपी घोटाले के बाद जारी हुए रिकवरी आदेश का परीक्षण तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसके तहत करीब तीन हजार अधिकारियों और कर्मचारियों को दिए गए लाभ और वसूली को लेकर जांच की जा रही है। जांच समिति अभी तक 1500 कर्मचारियों-अधिकारियों की जांच पूरी कर चुकी है। अभी करीब 1500 की जांच और अधूरी है।
घाटे से जूझ रहे उत्तराखंड परिवहन निगम में बड़े पैमाने पर एसीपी घोटाला पकड़ में आया था। शासन के आदेश पर गठित विशेष ऑडिट टीम ने यह गड़बड़ी पकड़ी थी। इसके बाद करीब एक हजार से अधिक कर्मचारियों व अधिकारियों से 90 करोड़ रुपये की रिकवरी करने के साथ ही उनका वेतनमान भी संशोधित करने की सिफारिश की गई थी। ऑडिट टीम ने परिवहन मुख्यालय को 16 बिंदुओं पर जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी।
इस रिपोर्ट के आधार पर वित्त नियंत्रक विक्रम सिंह जंतवाल ने बिंदुवार कार्रवाई के आदेश सभी मंडलों को जारी किए थे लेकिन इस बीच उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन की हड़ताल और रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद की वार्ता के बाद रोडवेज एमडी रणबीर सिंह चौहान ने तय किया था कि एक बार वसूली से संबंधित इन सभी आदेशों का पुनरीक्षण किया जाएगा। समिति ने परीक्षण शुरू कर दिया था। परिवहन निगम के महाप्रबंधक परिचालन दीपक जैन ने बताया कि अभी तक 1500 कर्मचारियों की जांच पूरी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि अभी करीब 1500 और कर्मचारियों की जांच चल रही है। जांच व परीक्षण पूरा होने के बाद ही निगम प्रबंधन की ओर से आगे का फैसला लिया जाएगा।
निगम कर्मचारियों को अक्तूबर का वेतन जारी
परिवहन निगम ने निगम के सभी कर्मचारियों को सोमवार को अक्तूबर का वेतन जारी कर दिया। कोरोना काल की वजह से निगम का घाटा बढ़ गया। आमदनी कम होने के चलते निगम प्रबंधन समय पर वेतन जारी नहीं कर पा रहा है। हाल ही में राज्य सरकार से करीब 24 करोड़ पर्वतीय प्रतिपूर्ति के तौर पर मिलने के बाद निगम ने वेतन जारी किया है। महाप्रबंधक तकनीकी एवं परिचालन दीपक जैन ने बताया कि मंगलवार तक सभी कर्मचारियों को वेतन मिल जाएगा।